दुबले-पतले शरीर को मोटा कैसे बनाएं? जानें 10 उपाय

आजकल मोटापा एक आम समस्या बन गई है। लेकिन इसके विपरीत कुछ लोग अपने दुबले-पतले शरीर से भी परेशान हैं। दुबला-पतला शरीर न सिर्फ बीमारियों को न्यौता देता है, बल्कि व्यक्ति के कॉन्फिडेंस लेवल को भी कम कर देता है। अकसर जो लोग दुबले-पतले और कमजोर होते हैं, उन लोगों पर सभी तरह के आउटफिट भी नहीं फबते हैं। ऐसे में लोग अपना कॉन्फिडेंस बढ़ाने और अच्छा लुक क्रिएट करने के लिए एक आइडियल वेट गेन करना चाहते हैं। अकसर लोग अपना वजन बढ़ाने के लिए लाखों तरकीबे अपनाते हैं। कुछ लोग वजन बढ़ाने या शरीर को मोटा बनाने के लिए सप्लीमेंट्स लेना शुरू कर देते हैं, तो कुछ लोग प्रोटीन पाउडर आदि लेते हैं। 

बजन बढाने के तरीके हिंदी में Tips to Gain Weight in Hindi:

अगर आप बिना किसी कैमिकल और नैचुरल तरीके से वजन बढ़ाना चाहते हैं, तो कुछ उपायों को आजमा सकते हैं। आइए, हेल्थ और न्यूट्रिशन विशेषज्ञ डॉक्टर श्रद्धा तिवारी  से जानते हैं दुबले-पतले शरीर को मोटा कैसे बनाएं? या फिर दुबले पतले शरीर से छुटकारा कैसे पाएं? जल्दी मोटे होने के लिए क्या खाएं? पतले लोगों को मोटे होने के लिए क्या खाना चाहिए? आदि (Diet to Gain Weight in Hindi)

दुबले-पतले शरीर को मोटा कैसे बनाएं- How to Gain Weigh Fast in Hindi

  1. केला- Banana for Weight Gain in Hindi

दुबले-पतले शरीर को मोटा बनाने के लिए आप नियमित रूप से केला खा सकते हैं। केला पोषक तत्वों से भरपूर होता है। केले में कैल्शियम, विटामिन बी12 और एनर्जी मिलती है। इसलिए केले को एक सुपरफूड के रूप में भी जाना जाता है। वजन बढ़ाने के लिए आप रोजाना 3-4 केले खा सकते हैं। पतले लोगों के लिए केले को दूध या दही में खाना फायदेमंद हो सकता है। केला खाने से आपको वजन बढ़ाने में मदद मिल सकती है।

  1. ड्राई फ्रूट्स– Dry Fruits for Weight Gain in Hindi

ड्राई फ्रूट्स में प्रोटीन, हेल्दी फैट और कैलोरी अधिक मात्रा में पाए जाते हैं। अगर आप दुबले-पतले हैं, अपने शरीर को मोटा बनाना चाहते हैं, तो रोजाना ड्राई फ्रूट्स खा सकते हैं। इसके लिए आप बादाम, अखरोट, किशमिश और काजू को 3-4 घंटे के लिए पानी में भिगोकर रख दें। रात को एक गिलास दूध में इन सभी ड्राई फ्रूट्स को उबालें और फिर पी लें। रोजाना दूध में ड्राई फ्रूट्स उबालकर खाने से शरीर को मोटा बनाने में मदद मिल सकती है।

  1. दूध और शहद- Milk and Honey for Weight Gain in Hindi

शहद को पोषक तत्वों से भरपूर माना जाता है। शहद का उपयोग अधिकतर स्वास्थ्य समस्याओं में करना फायदेमंद होता है। दुबले-पतले शरीर को मोटा बनाने के लिए भी आप शहद का उपयोग कर सकते हैं। इसके लिए आप एक गिलास दूध गर्म करें, इसमें 1-2 चम्मच शहद मिलाएं और रात को सोते समय पी लें। रोजाना रात को दूध और शहद (Milk and Honey) मिलाकर लेने से आपकी पाचनशक्ति मजबूत बनेगी और वजन बढ़ेगा।

  1. सोयाबीन- Soyabean for Weight Gain in Hindi

सोयाबीन प्रोटीन का एक बेहतरीन सोर्स होता है। अगर आप दुबले-पतले हैं और वजन बढ़ाना चाहते हैं, तो सोयाबीन को अपनी रेगुलर डाइट में सामिल कर सकते हैं। सोयाबीन खाने से शरीर की मांसपेशियों का विकास तेजी से होता है। इससे शरीर को मोटा होने में मदद मिलती है। 

  1. अंडा- Eggs for Weight Gain in Hindi

अंडे कैल्शियम, प्रोटीन, हेल्दी फैट और कैलोरी से भरपूर होते हैं। पतले लोग मोटे होने के लिए अंडे को अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं। इसके लिए आप पूरे अंडे को खाना जरूरी होता है। दुबले-पतले लोगों को अंडे का व्हाइट और येलो पार्ट दोनों खाने चाहिए। रोजाना अंडा खाने से वेट गेन में मदद (Weight Gain Foods ) मिल सकती है।

6. आलू- aluu for weight gain in hindi

आलू को अपनी नियमित डाइट में सामिल जरुर करे,अगर आप वजन को बढ़ाना चाहते हैं तो उबले आलू का सेवन सबसे ज्यादा फायदेमंद हो सकता है. रोजाना उबले आलू में काला नमक छिड़क कर खाने से वजन को बढ़ाया जा सकता है. आलू की सब्जी लगभग हर घर में बनाई जाती है और सबसे अच्छी बात ये कि इसे बच्चे और बड़े सभी खाना पसंद करते हैं. आलू की सब्जी को डाइट में शामिल कर वजन को बढ़ा सकते हैं।

7. घी- Ghee for weight gain in hindi

इससे सेहत से जुड़ी कई दिक्कतें दूर होती हैं, और यह रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ाता है. अगर पतले लोग वजन बढ़ाना चाहते हैं तो भैंस के दूध से बना घी (Ghee) उनके लिए बेहतर काम करेगा. इसे दूध के साथ, गुड़ के साथ और रोटी में लगाकर खाएं.

8.मूंगफली के मक्खन-Peanut butter for weight gain in hindi

पीनट बटर यानि मूंगफली के मक्खन से भी वजन बढ़ाया जा सकता है। आप इसे कैसे भी खा सकते हैं, मसलन ब्रेड पर लगाकर या फिर रोटी के साथ। Peanut butter में हाई कैलोरी तो होती ही हैं साथ ही इसमें कार्बोहाइड्रेट्स भी भरपूर मात्रा में होते हैं।

9.अनार-pomegranate for weight gain in hindi

रोजाना अनार का जूस पीने से वजन तेजी से बढ़ता है।अनार विटामिन का अच्छा स्रोत माना जाता है. बहुत से गुणों से भरपूर अनार आपके शरीर में खून को बढ़ाता है. कई स्वास्थ्य सलाहकर, अच्छे स्वास्थ्य की दृष्टि से इसे एक महत्त्वपूर्ण फल मानते हैं. अनार का नियमित रूप से सेवन करने से रक्त संचार की गति भी बढ़ती है और आपका मोटापा बढ़ता है.

10.अश्वगंधा और शतावरी-ashwagandha or shatavari for weight gain in hindi

वजन को बढ़ाने के लिए आप पाउडर के रूप में भी अश्वगंधा और शतावरी का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके लिए सबसे पहले अश्वगंधा और शतावरी को बराबर मात्रा में लेकर अच्छे से मिक्स कर लें। अब इस मिश्रण को सुबह नाश्ते के दौरान और रात में सोते समय गर्म पानी या दूध के साथ लें। इससे आपके शरीर का वजन बढ़ सकता है।

वजन बढ़ाने के लिए घरेलू टिप्स- Tips to Gain Weight in Hindi

वजन बढ़ाने के लिए आपको अपनी जीवनशैली का भी खास ख्याल रखना जरूरी होता है। 

  • इसके लिए आप समय-समय पर खाना खाएं।
  • कोई भी मील स्किप न करें।
  • खाने को अच्छी तरह से चबा-चबाकर खाएं।
  • स्ट्रेस फ्री और हमेशा खुश रहने की कोशिश करें।
  • नियमित रूप से प्राणायाम, एक्सरसाइज और योगाभ्यास करें।
  • अच्छी नींद लेने की कोशिश करें।  

बहुत हो गयी बजन बढाने की बाते आइये जानते हे,आखिर बजन किन कारणों से कम होता हे,

इन 10 कारणों से वजन तेजी से कम हो सकता है अएई जानते हे कोन से हे बो कारण

1.डायबिटीज़

डायबिटीज़ एक मेटाबॉलिक समस्या है जिसमें आपके शरीर में ब्लड शुगर स्तर उच्च होता है। इसके दो कारण हो सकते हैं, या तो ये कि आपके शरीर में इंसुलिन का निर्माण न हो पा रहा हो या फिर ये कि आपका शरीर इंसुलिन के लिए प्रतिक्रिया नहीं कर पा रहा हो, या फिर ये दोनों ही कारण हो सकते हैं।

लक्षण

बार बार यूरीनेशन, बहुत अधिक प्यास, अधिक भूख, वज़न बढ़ना (टाइप 2 डायबिटीज़), अचानक वज़न घटना (टाइप 1 डायबिटीज़), थकान, घाव जल्दी न भरना और हाथ पैर सुन्न पड़ना।

2.डिप्रेशन

डिप्रेशन एक ऐसा मूड डिसॉर्डर है जिसमें कई कई दिनों तक उदासी, परेशानी, चिंता या चिड़चिड़ापन महसूस होता रहता है।

लक्षण

कम या ज्यादा सोना, ध्यान केंद्रत करने में समस्या, नकारात्मक विचार, निराशा की भावना, लाचारी महसूस करना, चिड़चिड़ापन, आत्महत्या की इच्छा और अचानक व बहुत ज्यादा वज़न घटना।

3.अधिक सक्रिय थायरॉयड

थायरॉयड ग्लैंड हार्मोन थायरॉयड का निर्माण करते हैं जो कि शरीर का मेटाबॉलिज्म नियंत्रित करते हैं। उदाहरण के लिए, आपके दिल की धड़कन, आप कितनी जल्दी कैलोरी बर्न करते हैं और पाचन क्रिया। ये शरीर में कैल्शियम के स्तर को भी नियंत्रित करते हैं। जब थायरॉयड ग्लैंड बहुत अधिक थायरॉयड का निर्माण कर देते हैं तो उस स्थिति को हाइपरथायरॉयडिज़्म कहते हैं।

लक्षण

दिल की धड़कनों का तेज़ और अनियमित होना, पसीने ज्यादा आना, अचानक वजन घटना, जल्दी जल्दी सांस लेना, पैनिक अटैक, थकान, मूड स्विंग आदि। हालांकि सभी में ये सारे लक्षण नहीं दिखते। कुछ लोगों में कम भी दिख सकते हैं

4.ट्यूबरक्लॉसिस यानी टीबी

टीबी रोग को तपेदिक, क्षय और यक्षमा जैसे कई नामों से जाना जाता है। तपेदिक संक्रामक रोग होता है जो माइकोबैक्टिरीअम ट्यूबरक्लॉसिस नामक जीवाणु के कारण होता है। इस बीमारी का किडनी, रीढ़ की हड्डी या दिमाग पर असर भी पड़ सकता है।

लक्षण
खांसी, कभी कभी ख़ासी में खून आना, छाती में दर्द, थकान, वज़न घटना, बुखार व रात को पसीना आना।

5.आंत में सूजन

इस बीमारी तो आईबीडी (Inflammatory Bowel Disease) भी कहा जाता है। इसमें आंतों में सूजन आ जाती है जिससे पेट में दर्द होता है और कुपोषण की समस्या भी हो जाती है।

लक्षण

डायरिया, पेट में दर्द और ऐंठन, कम भूथ लगना, वज़न घटना, मल में खून और अल्सर

6.हार्मोन संबंधी विकार

एडीसन्स डिज़ीज एक हार्मोनल डिसॉर्डर है जिसमें एड्रीनल ग्लैंड्स अपर्याप्त मात्रा में हार्मोन का निर्माण करते हैं। ख़ासतौर पर कार्टिसोल और कुछ मामलों में एल्डोस्टेरॉन भी। ये सभी उम्र के लोगों और महिलाओं व पुरूषों दोनों को हो सकता है।

लक्षण

वज़न घटना, थकान, लो ब्लड प्रेशर और मांसपेशियों में कमज़ोरी।

7.कैंसर

कैंसर में असमान्य कोशिकाओं का शरीर के किसी भी हिस्से में विकास होने लगता है। कैंसर त्वचा या फिर कोशिकाओं से शुरू हो सकता है और फिर शरीर में कहीं भी फैल सकता है। जब कैंसर दिमाग और रीढ़ की हड्डी में होता है तो उसे सेंट्रल नर्वस सिस्टम कैंसर कहते हैं।

लक्षण

हर प्रकार के कैंसर के लक्षण अलग हो सकते हैं लेकिन कुछ लक्षण ऐसे भी हैं जो कि सामान्य हैं। जैसे कि वज़न घटना, थकान, मांसपेशियों और जोड़ों में बेकारण दर्द, रात में पसीने आना, त्वचा में परिवर्तन आदि।

8.एचआईवी/एड्स

एचआईवी भी अन्य वायरस की तरह ही एक वायरस है, बस इसमें एक बहुत बड़ा फर्क ये है कि जबां अन्य वायरसों को हमारा इम्यून सिस्टम खत्म कर देता है, वहां इस वायरस को खत्म नहीं किया जा सकता। बल्कि, ये वायरस हमारे इम्यून सिस्टम को नष्ट कर देता है। एचआईवी की आख़िरी स्टेज एड्स होती है।

लक्षण

शुरू में एचआईवी इंफेक्शन के लक्षण ठीक से नजर नहीं आते लेकिन जब ये एड्स होने लगता है तो बुख़ार, गले में दर्द, मांसपेशियों में दर्द, लिंफ नॉड्स की सूजन, थकान जैसे लक्षण दिखने लगते हैं। वज़न अचानक से घट जाता है और सांस की समस्या भी हो सकती है।

9.नर्वस सिस्टम से जुड़ी बीमारी

पार्किंसन डिज़ीज़ (Parkinson’s Disease) नर्वस सिस्टम की एक बीमारी है जिससे शरीर और चेहरे में जकड़न महसूस होती है और ढीलापन महसूस होता है। इस बीमारी को पूरी तरह से ठीक तो नहीं किया जा सकता है लेकिन दवाओं से आराम पहुंचाया जा सकता है।

लक्षण

संतुलन बनाने में समस्या, अपने आप होने वाली शरीर की क्रियाएं जैसे पलके झपकाना, मुस्कुराना या बाहें फैलान धीमी हो जाती हैं, मांसपेशियों में जकड़न, बोलने में दिक्कत और अचानक वज़न घटता है। हालांकि इस बीमारी में वज़न घटना मुख्य लक्षण नहीं है।

10.फेफड़ों की बीमारियां (DOPD)

सीओपीडी (Chronic Obstructive Pulmonary Disease) फेफड़ों की बीमारियों का एक समूह है जिनमें सांस लेने में दिक्कत होती है। फेफड़ों तक हवा ले जाने वाली नली ब्रोंकिअल में सूजन के कारण हवा नहीं पहुंच पाती। इससे फेफड़ों को नुकसान होता है।

लक्षण

जब तक फेफड़ों को काफी ज्यादा नुकसान न हो जाए, आमतौर पर लक्षण सामने नहीं आते। इसके लक्षणों में, सांस में दिक्कत, छाती में जकड़न, बार बार इंफेक्शन होना, होंठ नीले पड़ना, थकान और आगे की स्टेज में बहुत अधिक वज़न घटना है।

डॉक्टर के पास कब जाएं

अगर आप 6-12 महीनों में 4.5 किलो से 5 किलो या शरीर के वज़न का 5 पर्सेंट घट जाता है, और आपको कारण भी समझ नमहीं आता तो आपको तुरंत डॉक्टर को दिखाना चाहिए।

वजन घटना अगर अचानक हो रहा है तो जरूरी है कि चेतावनी संकेतों तो समझा जाए। जितनी जल्दी बीमारी पकड़ में आती है उसका इलाज भी उतनी जल्दी हो सकता है।

अगर आप भी अचानक वजन कम होना और वजन घटना के शिकार हो रहे हैं. तो इन बीमारियों के बारे में जरूर जानते रहें. अगर आपको हमारे दुबरा दी गयी जानकारी अच्छी लगी हो तो कृपा करके इसे जादा से जादा शेयर करे ,धन्यवाद

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