श्याम बाबा की आरती लिखित में – श्याम बाबा की आरती हिन्दी में यहा दी जा रही है जिसका खाटू श्याम जी की पूजा में बहुत अधिक महत्व है | श्याम भक्तो को यह आरती जुबानी याद रहती है और श्याम पूजा में इसे सबसे जाग्रत रूप में देखा जाता है |
श्याम आरती के बाद श्याम चालीसा का पाठ पढना भी मंगलकारी है |
आरती श्री खाटू श्याम जी
ॐ जय श्री श्याम हरे, बाबा जय श्री श्याम हरे |
खाटू धाम विराजत, अनुपम रूप धरे || ॐ
रतन जड़ित सिंहासन, सिर पर चंवर ढुरे |
तन केसरिया बागो, कुण्डल श्रवण पड़े || ॐ
गल पुष्पों की माला, सिर पर मुकुट धरे |
खेवत धूप अग्नि पर दीपक ज्योति जले || ॐ
मोदक खीर चूरमा, सुवरण थाल भरे |
सेवक भोग लगावत, सेवा नित्य करे || ॐ
झांझ कटोरा और घडियावल, शंख मृदंग घुरे |
भक्त आरती गावे, जय – जयकार करे || ॐ
जो ध्यावे फल पावे, सब दुःख से उभरे |
सेवक जन निज मुख से, श्री श्याम – श्याम उचरे || ॐ
श्री श्याम बिहारी जी की आरती, जो कोई नर गावे |
कहत भक्तजन, मनवांछित फल पावे || ॐ
जय श्री श्याम हरे, बाबा जी श्री श्याम हरे |
निज भक्तों के तुमने, पूरण काज करे || ॐ
Bhajan of श्री खाटू श्याम
हाथ जोड़ विनती करू तो सुनियो चित्त लगाये
दास आ गयो शरण में रखियो इसकी लाज
धन्य ढूंढारो देश हे खाटू नगर सुजान
अनुपम छवि श्री श्याम की दर्शन से कल्याण
श्याम श्याम तो में रटूं श्याम हैं जीवन प्राण
श्याम भक्त जग में बड़े उनको करू प्रणाम
खाटू नगर के बीच में बण्यो आपको धाम
फाल्गुन शुक्ला मेला भरे जय जय बाबा श्याम
फाल्गुन शुक्ला द्वादशी उत्सव भारी होए
बाबा के दरबार से खाली जाये न कोए
उमा पति लक्ष्मी पति सीता पति श्री राम
लज्जा सब की राखियो खाटू के बाबा श्याम
पान सुपारी इलायची इत्तर सुगंध भरपूर
सब भक्तो की विनती दर्शन देवो हजूर
आलू सिंह तो प्रेम से धरे श्याम को ध्यान
श्याम भक्त पावे सदा श्याम कृपा से मान
जय श्री श्याम बोलो जय श्री श्याम
खाटू वाले बाबा जय श्री श्याम
लीलो घोड़ो लाल लगाम
जिस पर बैठ्यो बाबो श्याम
ॐ श्री श्याम देवाय नमः
Shri Khatu Shyam ji Aarti Lyrics English
Om jai shree shyam hare, baba jai shree shyam hare
Khatu dham birajat, anupam roop dhare, om jai shree shyam hare…
Ratan jadit singhasan, sar per chanvar dhule
Tan kehariya bago, kundal shravan pade, om jai shree shyam hare…
Gal pushpon ki maala, sir per mukut dhare
Khevat dhoop, agni par, deepak jyoti jale, om jai shree shyam hare…
Modak, kheer, choorma, suvaran thaal bhare,
Seval bhog lagavat, seva nitya kare, om jai shree shyam hare…
Jhanj, katora aur ghadiyaval, shankh mridang ghure,
Bhakt Aarti gaave, jai jai kaar kare, om jai shree shyam hare…
Jo dhyave fal paave, sab dukh se ubre,
Sevak jan nij mukhse, shree shyam shyam uchre, om jai shree shyam hare…
Shree shyam bihariji ki Aarti, jo koi nar gaave
Kehat sudhir agyaani, manvanchit fal paave, om jai shree shyam hare…
Om jai shree shyam hare, baba jai shree shyam hare,
Nij bhaktom ke tumne, pooran kaaj kare, om jai shree shyam hare…
The vinati (shyam puspanjali) :
Hath Jod Vinti Karu, Sunio Chit Lagaye.
Das Aa Gayo Sharan Me, Rakhio Mahari Laaj.
Dhanya Dudharo Desh Hai, Khatu Nagar Sujjan.
Anupam Chavi Shri Shyam Ki, Darshan Se Kalyan.
Shyam-Shyam To Ma Rattu, Shyam Hai Jiwan Pran.
Shyam Bhakat Jag Me Bade, Unko Karu Parnam.
Khatu Nagar Ke Beech Me, Banyo Apko Dham.
Phalgun Shukla – Dwadashi, Utsav BhAarti Hoaye.
Baba Ke Darbar Se, Khali Jaye Na Koye.
Umapati, Laxmipati, Sitapati Shriram.
Lajja Sabki Rakhiyo, Khatu Ke Baba Shyam.
Paan Supari Ilachi, Attar Sugandh Bharpur.
Sab Bhaktan Ki Vinti, Darshan Devo Hazoor.
‘Alusingh’ To Prem Se, Dhare Shyam Ko Dhyan.
Shyam Bhakat Pawe Sada Shyam Kripa Se Maan.
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