दोस्तों अगर आप भी स्टॉक मार्किट में आना चाहते है या आप अगर पहले से ही स्टॉक मार्किट में ट्रेडिंग या इन्वेस्टमेंट करते है और अगर आप confused है की आपको इंट्राडे ट्रेडिंग करनी चाहिए या आपको स्टॉक्स की डिलीवरी लेकर इन्वेस्टमेंट करके पैसे कमाने चाहिए तो दोस्तों आप बिलकुल टेंशन मत लीजिये आज के इस आर्टिकल को पढ़कर आपको बिलकुल साफ हो जायेगा की आपको क्या करना चाहिए।(Intraday Trading Vs Delivery)
आज में मै आपको बताऊंगा की आपको इंट्राडे ट्रेडिंग करनी चाहिए या स्टॉक्स की डिलीवरी लेकर होल्ड करना चाहिए। और साथ मै आपको इंट्राडे ट्रेडिंग और डिलीवरी ट्रेडिंग के फायदे और नुकसान दोनों बताऊंगा तो आर्टिकल को पूरा जरूर पढ़िए ये आपके लिए बहुत फायदेमंद हो सकता है।
What is Intraday Trading
अगर हम बिलकुल आसान भाषा में समझे तो जब आप किसी शेयर को खरीदकर उसी दिन एक समय सीमा के अंदर खरीदे हुए शेयर को बेच देते है तो उसी को इंट्राडे ट्रेडिंग कहा जाता है। दूसरे शब्दों में कहें तो एक ही दिन के भीतर शेयरों की खरीद और बिक्री को इंट्राडे ट्रेडिंग कहा जाता है।
इंट्राडे ट्रेडिंग में शेयर को एक ही दिन में खरीदने और बेचने का मकसद लाभ कमाना ही होता है, इसमें एक ट्रेडर का मकसद निवेश करना नहीं होता है। इंट्राडे ट्रेडिंग में ट्रेडर एक ही दिन में एक समय सीमा के अंदर अपना प्रॉफिट या लॉस बुक करवा कर मार्किट से बाहर आ जाता है। उसके द्वारा किसी भी कंपनी में किसी प्रकार का कोई निवेश नहीं किया जाता है।
इंट्राडे ट्रेडिंग में एक ट्रेडर का पूरा मकसद लाभ कमाना होता है जैसे एक ट्रेडर कम कीमत पर किसी शेयर को खरीदता है और उसी दिन जैसे ही शेयर का प्राइस बढ़ता है वो अपना प्रॉफिट बुक करके निकल जाता है।
Advantage of Intraday Trading
- इंट्राडे ट्रेडिंग में आपको ज्यादा capital की जरुरत नहीं होती है यहाँ आप कम पैसे के साथ भी इंट्राडे ट्रेडिंग कर सकते हो।
- यहाँ आपको मार्जिन पर शेयर खरीदने की अनुमति होती है। यहाँ आपको किसी शेयर को इंट्राडे में खरीदने के लिए उस शेयर के मार्किट प्राइस का कुछ प्रतिशत ही देना होता है। यानि मान लीजिये की किसी शेयर का मार्किट प्राइस 50 रूपए है और अगर आप इंट्राडे ट्रेडिंग कर रहे है तो आपको उस शेयर को खरीदने के लिए पूरे 50 रूपये नहीं देने आपको केवल 8 रूपये प्रति शेयर ही देने है। तो इसीलिए आप यहाँ पर कम पैसों में ज्यादा प्रॉफिट ले सकते है।
- इंट्राडे ट्रेडिंग में आप किसी भी शेयर को Short Sell कर सकते है अगर आपको लगता है की किसी शेयर का मार्किट प्राइस आज के दिन में कम होने वाला है तो आप उस शेयर को Short Sell कर सकते है यानि की जब उस शेयर की कीमत ज्यादा हो और आपको लगे की अब इसकी कीमत गिरने वाली है तो आप उस शेयर को बिना ख़रीदे ही बेच सकते है।
- इंट्राडे ट्रेडिंग में जितना रिस्क होता है अगर आपका Analysis बिलकुल सही है तो आपको अच्छा खासा प्रॉफिट भी हो जाता है।
Disadvantage Of Intraday Trading
- दोस्तों इंट्राडे ट्रेडिंग में आपको एक समय सीमा के अंदर अपने शेयर्स को बेचना होता है क्यूंकि इंट्राडे का मतलब ही यही है कि उसी दिन खरीदो और उसी दिन बेच दो। तो यहाँ पर अगर आपके द्वारा ख़रीदा हुआ कोई शेयर आपके Analysis के अनुसार नहीं चलता है तो आप उस शेयर को होल्ड करना भी चाहे तो नहीं कर सकते है।
- इंट्राडे ट्रेडिंग में आप किसी शेयर को होल्ड करके नहीं रखते है इसलिए आपको किसी भी शेयर के लिए कंपनी द्वारा कोई dividend, bonus और अन्य कई फायदे और अधिकार नहीं दिए जाते है।
- यहाँ आपको किसी भी शेयर में ट्रेडिंग करने से पहले बहुत अच्छी तरह से उस शेयर का Analysis करना पड़ता है अगर आप बिना Analysis के किसी भी शेयर में ट्रेडिंग करेंगे तो आपको बहुत भारी नुकसान भी हो सकता है।
- इंट्राडे ट्रेडिंग में रिस्क बहुत ज्यादा होता है आपकी एक छोटी सी गलती की वजह से या मार्किट को डाउन जाते देख पैनिक होने की वजह से आप अपना नुकसान करवा सकते है।
What is Delivery Trading
डिलीवरी ट्रेडिंग में आप किसी कंपनी के शेयर्स में लम्बी या छोटी अवधि के लिए निवेश करते है। यहाँ पर जब आप किसी कंपनी के शेयर को खरीदते है तो वो शेयर आपके Demat अकाउंट में जमा हो जाता है और आप उस शेयर को तब तक अपने पास रख सकते है जब तक आप उसे बेचना न चाहे। (Intraday Trading Vs Delivery)
यहाँ पर आपके लिए कोई समय सीमा नहीं होती है। आपको बस अपने Analysis के आधार पर किसी भी शेयर में लम्बे समय के लिए निवेश करना है और उन शेयर्स को खरीदते समय आपने डिलीवरी ऑप्शन को चुनना है और उन शेयर को खरदीने के 2-3 दिन के अंदर आपके ख़रीदे गए शेयर आपके Demat अकाउंट में डिलीवर या कहें की जमा कर दिए जायेंगे।
Advantage of Delivery Trading
- डिलीवरी ट्रेडिंग में आप किसी भी कंपनी के स्टॉक्स को लम्बे समय के लिए होल्ड करके रख सकते है। यदि आप किसी कंपनी के व्यवसाय और Fundamentals में विश्वास करते हैं और आपको लगता है की कंपनी आने वाले में समय में अच्छा प्रदर्शन कर सकती हैं, तो आप उस स्टॉक में निवेश करके लाभ प्राप्त कर सकते हैं।
- लम्बे समय के लिए यदि आप किसी शेयर को खरीदते है तो वो आपको अवश्य ही लाभ देगा। यदि आप मानते हैं कि आपके द्वारा ख़रीदा हुआ स्टॉक लंबे समय में अच्छा प्रदर्शन कर सकता है और अगर वो स्टॉक किसी भी कारण से अल्पावधि में अच्छा प्रदर्शन नहीं करता है, तो आपको नुकसान नहीं उठाना पड़ेगा क्यूंकि आपने उस स्टॉक में लम्बे समय के उद्देश्य से निवेश किया है।
- डिलीवरी ट्रेडिंग में आपको इंट्राडे ट्रेडिंग के समान ज्यादा रिस्क नहीं होता है मैं ऐसा नहीं कहूंगा की रिस्क नहीं होता लेकिन जब आप किसी शेयर को लम्बे समय के लिए लेते है तो वहां पर आपको नुकसान होने का जोखिम थोड़ा कम हो जाता है और आप लम्बे समय में बहुत अच्छा लाभ कमा सकते है।
- डिलीवरी ट्रेडिंग में निवेशकों को कंपनी द्वारा dividend, Bonus और कई तरह के अन्य लाभ और अधिकार भी दिए जाते है जो की एक इंट्राडे ट्रेडर को नहीं दिए जाते है। यह निवेशकों के लाभ को बढ़ाने में काफी मदद करता है क्यूंकि जब कंपनी को अच्छा फायदा होता है तो इन्वेस्टर्स को भी बहुत ज्यादा फायदा होता है।
- यहाँ आपको आपके द्वारा निवेश किये हुए पैसे पर लम्बे समय में बैंक जमा और म्यूच्यूअल फण्ड से भी अधिक Return मिल सकता है।
Disadvantage Of Delivery Trading
दोस्तों यहाँ अगर हम disadvantage की बात करें तो वो डिलीवरी ट्रेडिंग में disadvantage इंट्राडे ट्रेडिंग के मुकाबले बहुत कम है।
- यहाँ आपके पास स्टॉक्स को खरीदने के लिए अच्छी कैपिटल होनी चाहिए और साथ ही यहाँ आपके द्वारा निवेश किया हुआ पैसा तब तक लॉक हो जाता है जब तक आप अपने द्वारा ख़रीदे हुए शेयर्स को बेच नहीं देते है।
Intraday Vs Delivery Trading Which one is more Profitable
दोस्तों अगर हम बात करें की इंट्राडे ज्यादा प्रॉफिटेबल है या डिलीवरी ट्रेडिंग तो यहाँ पर मैं आपको क्लियर कर दूँ की जब तक आपको इंट्राडे ट्रेडिंग का अच्छा ज्ञान न हो जाये या कहें की जब तक आपको अपने ऊपर पूरा विश्वास न हो जाये की आपका Analysis बिलकुल सही जायेगा तब तक इंट्राडे ट्रेडिंग से दूर ही रहे।(Intraday Trading Vs Delivery)
आप स्टार्टिंग में बिना ट्रेडिंग किये ही स्टॉक्स के चार्ट्स का Analysis कीजिए तभी आप सीखेंगे। यहाँ मैं आपको एक बात और बता दूँ की इंट्राडे ट्रेडिंग आपको लुभा सकती है आपको लगेगा की ये बहुत आसान है और इससे आप एक ही दिन में बहुत लाभ कमा सकते है, लेकिन इंट्राडे में बिना अच्छे Analysis के आप कुछ ही मिनटों में अपना सारा पैसा डूबा सकते है।
इंट्राडे ट्रेडिंग में आपको धैर्य रखना होता है अगर एक दम से मार्किट आपके Analysis के विपरीत हो जाता है तो आपको धैर्य नहीं खोना है और अगर आपके अंदर धैर्य की कमी है तो आप इंट्राडे से बाहर ही रहे क्यूंकि जब आप धैर्य खो देते है तो आप कही पर भी एंट्री और एग्जिट करने लगते है और इससे आपको ही नुकसान होता है।
इसके अलावा अगर मैं डिलीवरी ट्रेडिंग की बात करूँ तो यहाँ आपको ज्यादा Analysis नहीं करना पड़ता है और अगर आपको थोड़ा बहुत भी किसी कंपनी के बारे में जानकारी है तो आप तब भी लम्बे समय के लिए स्टॉक को होल्ड करके रख सकते है और साथ ही जैसा की मैंने आपको ऊपर भी बताया कि अगर आप किसी कंपनी में निवेश कर रहे है तो आपको वो कंपनी डिविडेंड, बोनस और कई और भी फायदे देती है और आप लम्बे समय में बहुत अच्छा लाभ कमा सकते है।
वहीँ डिलीवरी ट्रेडिंग में आपको रिस्क तो न के बराबर होता है अगर आपने अपने निवेश के लिए एक सही कंपनी चुनी है। न तो यहाँ पर आपको स्टॉक्स को रोज मॉनिटर करना है और न रोज Analysis करने की जरुरत है बस यहाँ आपने एक बार किसी कंपनी में निवेश करना है और लाभ होने की प्रतीक्षा करनी है।(Intraday Trading Vs Delivery)
अगर मैं अपने एक्सपीरियंस के अनुसार बताऊं तो डिलीवरी ट्रेडिंग ही बेस्ट है क्यूंकि यहाँ आपको म्यूच्यूअल फण्ड और बैंक जमा से ज्यादा अच्छा return देखने को मिलता है साथ नुकसान होने की संभावना भी कम होती है। और अगर आप किसी भी अच्छे शेयर का चार्ट खोल के देखेंगे तो आपको पता चलेगा की उस शेयर ने लम्बे समय में कितना बढ़िया return दिया है।
अगर आप डिलीवरी ट्रेडिंग कर रहे है तो आपको पूरा समय ट्रेडिंग में देने की जरूरत भी नहीं है आप जॉब के साथ साथ डिलीवरी ट्रेडिंग कर सकते है लेकिन अगर आप इंट्राडे कर रहे है तो आपको पूरा फोकस ट्रेडिंग पर ही देना होगा।
दोस्तों मैंने आपको इंट्राडे और डिलीवरी ट्रेड के फायदे और नुकसान दोनों आज के आर्टिकल में क्लियर कर दिए है लेकिन अब आपको खुद चुनना है की आपके लिए इंट्राडे बेस्ट है या डिलीवरी ट्रेड बेस्ट है। यहाँ पर मैंने सारी जानकारी केवल ज्ञान के उद्देश्य से दी है।