खाटू श्याम जी में अन्य दर्शनीय जगह
श्याम कुंड :
श्री खाटू श्याम जी का शीश जिस धरा के भाग से अवतरित हुआ था वो श्याम कुंड के नाम से जाना जाता है . माना जाता है की इस कुंड में श्याम भक्त सच्चे मन से एक डुबकी लगा ले तो वो अपनी बुराइयों से दूर और अच्छे शरीर का धनि हो जाता है . श्याम कुंड 2 भागो में बिभक्त है .
एक महिला श्याम कुंड और एक पुरुष श्याम कुंड .
श्याम बगीची :
श्री खाटू श्याम जी के निज मंदिर के बाई तरफ श्याम बगीची है . श्री श्याम भक्त आलू सिंह जी इसी बगीची के फूलो से श्याम बाबा का नित श्रींगार किया करते थे . इसी बगीची में श्री आलू सिंह जी की मूरत लगी हुई है जिस पर सभी श्याम भक्त अपना शीश झुकाने और दर्शन करने आते है .
गोरीशंकर मंदिर :
भगवान शिव का मंदिर भी खाटू श्याम जी मंदिर के करीब है . यह मंदिर भी बड़ा चमत्कारी है . कहा जाता है की जब मुग़ल बादशाह ओरंजेब की सेना ने मुस्लिम कट्टरवादिता की वजह से इस मंदिर के शिव लिंग को तोड़ना चाहा तब शिव लिंग में से खून का फवारा निकला . यह देख कर ओरंजेब की सेना डर के मारे भाग खड़ी हुई .
सीकर जिले के अन्य प्रसिद्द मंदिर :
जीन माता मंदिर :
माँ जीन बहूत सारे लोगो की कूल देवी है . जीन माता अस्त्भुजा वाली माँ है .यह चमत्कारी माँ अपने भक्तो के दुखड़े हरती है . कहते है की माता का मन्दिर कम से कम 1000 साल पुराना है। माता जीण को शक्ति का अवतार माना गया है. दिल्ली के बादशाह औरंगजेब ने एक बार हर्ष पर्वत पर आक्रमण किया और पुरे मंदिरों , गुफाओं, और अनेक भवनों को क्षत विक्षत कर दिया। फ़िर वो जीन माता के मदिर की और बढ़ा तब माता ने भंवरा मधुमखियों का रूप धर कर उसकी पूरी सेना पर आक्रमण कर दिया । मधुमखियों के दंशो से बेहाल पूरी सेना घोडे मैदान छोड़कर भाग गए।
तब औरंगजेब ने हार मानकर माता के चरणों में शीश नवाया व क्षमा याचना की। माँ ने उसे तब माफ़ किया । माता की शक्ति को जानकर उसने वहां पे भंवरो की रानी के नाम से शुद्ध खालिस सोने की बनी मूर्ति भेंट की और “अखंड ज्योत जलाई” और आज सालो के बाद भी वो अखंड ज्योत जल रही है। नवरात्रों में लगने वाले वार्षिक मेले में इस तीर्थस्थल पर बड़ी संख्या में भक्त आते हैं। यह हिंदू त्योहार भारतीय कैलेंडर के चैत्र और अश्विन महीने में मनाया जाता है।
श्री खाटू श्याम जी कथा कहानी हिंदी
श्री खाटू वाले श्याम जी की कहानी इस प्रकार है . यहा आप देखेंगे की किस तरह खाटू श्याम जी ने अपनी लीला रचकर अपने शीश को खाटू श्याम मंदिर के पास श्याम कुंड से अवतरित किया . जय हो आपकी खाटू श्याम जी खट्वा नगरी (खाटू धाम) में एक गाय जो रोज घास चरने जाती थी , रोज जमीन के एक भाग पर खडी हो जाती थी . उसके थनों से स्वता दूध की धार उस धरा में समां जाती थी जेसे की कोई जमीन के अन्दर से उस गौ माँ का दूध पी रहा है . घर पर आने के बाद गौ मालिक जब उसका दूध निकालने की कोशिस करता तो गौ का दूध उसे मिल नही पाता था . यह क्रम बहूत दिनों तक चलता रहा . गौ मालिक से सोचा की कोई न कोई ऐसा जरुर है जो उसकी गाय का दूध निकल लेता है .
एक दिन उस गौ मालिक ने उस गाय का पीछा किया . उसने संध्या के समय जब यह नज़ारा देखा तो उसकी आँखे इस चमत्कार पर चकरा गयी . गौ माँ का दूध अपने आप धरा के अन्दर समाने लगा. गौ मालिक अचरज के साथ गाव के राजन के पास गया और पूरी कहानी बताई . राजा और उनकी सभा को इस बात पर तनिक भी यकीं नही आया . पर राजा यह जानना चाहता था की आखिर माजरा क्या है, राजा अपने कुछ मंत्रियो के साथ उस धरा पर आया और उसने देखा की गौ मालिक सही बोल रहा है , उसने अपने कुछ लोगो से जमीन का वो भाग खोदने के लिए कहा .
जमीन का भाग जेसे ही खोदा जाने लगा , उस धरा से आवाज आई , “अरे धीरे धीरे खोदो , यहा मेरा शीश है” उसी रात्रि राजा को स्वपन आया की राजन अब समय आ गया है मेरे शीश के अवतरित होने का . मैं महाभारत काल में वीर बर्बरीक था और मेने भगवान श्री कृष्णा को अपना शीश दान में दिया दिया फलस्वरूप मुझे कलियुग में पूजित जाने का वरदान मिला है , खुदाई से मेरा शीश उसी धरा से मिलेगा और तुम्हे मेरा खाटू श्याम मंदिर बनाना पड़ेगा .
सुबह जब राजा उठा तो तो स्वपन की बात को ध्यान रखकर कुदाई पुनः शरू करा दी , और फिर जल्द ही कलियुग देव श्री श्याम का शीश उस धरा से अवतरित हुआ .
श्री खाटू श्याम जी मंदिर समय तालिका
खाटू श्याम जी मंदिर की समय सारणी गर्मी और सर्दी में थोडा सा फेर बदल है .
ग्रीष्म समय तालिका
- मंदिर खुलना : सुबह 4:30
- मंदिर बंद : दोपहर 12:30
- मंदिर खुलना : शाम 4:00
- मंदिर बंद : रात्रि 10:00
शीतकालीन समय तालिका
- मंदिर खुलना : सुबह 5:30
- मंदिर बंद : दोपहर 01:00
- मंदिर खुलना : शाम 5:00
- मंदिर बंद : रात्रि 9:00
नोट : * हर ग्यारस पर खाटू श्याम जी मंदिर 24 घंटे खुला रहता है ….
• समय तालिका के लिए खाटू श्याम जी मंदिर पूछताश नंबर : 01576–230482
खाटू श्याम जी आरती समय तालिका
1) खाटू श्याम जी मंगला आरती :
समय : सुबह 04.45- 05.45
खाटू मंदिर के खुलते ही मंगला आरती श्री श्याम बाबा की होती है.
2) खाटू श्याम जी श्रींगार आरती :
समय : सुबह 07:00-08:00
बाबा श्याम का फूलो से श्रींगार किया जाता है उन्हें आभुष्ण पहनाये जाते है और यह आरती की जाती है
3) खाटू श्याम जी भोग आरती :
समय : दोपहर 12:15 से 12:30 तक
श्याम बाबा के भोग के लगाया जाता है और आरती की जाती है
4) खाटू श्याम जी संद्या आरती :
समय : संध्या 06:00-07:15
बाबा श्याम का की यह आती सूर्य अस्त पर संद्या के समय की जाती है
5) खाटू श्याम जी शयन आरती :
समय : रात्रि 09 :00-10:00
खाटू श्याम जी की शयन आरती के बाद मंदिर के पट बंद कर दिए जाते है |
खाटू श्याम जी आरती समय तालिका के लिए पूछताश नंबर : 01576-231482
खाटू श्याम जी का नक्शा
लोकेशन खाटू श्याम मंदिर राजस्थान के सीकर जिले में खाटू नगरी में है जो की पास वाले रेलवे स्टेशन रिंग्स से 18 km की दुरी पर है .
खाटू श्याम जी मंदिर का पता
श्री खाटू श्याम जी
श्री खाटू श्याम जी मंदिर
खाटू नगरिया , जिला सीकर
फ़ोन नंबर : 01576-230182 , : 01576-230482
मुख्य शहरों से दुरिया खाटू श्याम जी
- जयपुर : 80 km*
- दिल्ली : 300 km*
- मुंबई : 1210 km*
- कोलकता : 1505 km*
- चेन्नई : 2000 km*
पास के रेलवे स्टेशन खाटू श्याम जी
- रिंग्स : 17km*
- जयपुर : 80km*
- सीकर : 65km*
पास के हवाई स्टेशन खाटू श्याम जी
- जयपुर और दिल्ली
राजस्थान -> जयपुर ->रिंग्स -> खाटू धाम
खाटूश्यामजी जी मंदिर कमिटी
खाटू श्यामजी मंदिर का मुख्य कार्यभार श्री श्याम मंदिर कमिटी खाटू द्वारा उठाया जाता है | इस मंदिर में मुख्य कार्यकारी पद सदस्य मुख्य चौहान वंश के है | श्री श्याम मंदिर कमेटी खाटू श्याम जी के सभी निर्वाचित पदाधिकारियों को हार्दिक बधाई ओर शुभकामनाएं |श्याम मंदिर कमिटी के अध्यक्ष शम्भू सिंह चौहान कोषाध्यक्ष श्याम सिंह चौहान और मंत्री कालू सिंह जी चौहान है |
- श्याम सिंह चौहान ( कोषाध्यक्ष )
- शम्भू सिंह चौहान ( अध्यक्ष )
- कालू सिंह जी चौहान( मंत्री )
Khatu Shyam ji Falgun Mela
श्याम भक्तो को साल भर से जिस मेले का , जिस दरबार का इंतज़ार रहता है वो फाल्गुन मास में आता है | बाबा लखदातार का लक्की अलबेला मस्ताना खाटू का फाल्गुन मेला | देश विदेश से लाखो भक्त इन 10 दिनों में खाटू अपने परिवार और दोस्तों के साथ बाबा के दर्शन पाने आते है | पूरा खाटू धाम श्याम नगरी स्वर्ग से भी सुन्दर धार्मिक स्थल बन सबके दिलो में छाप छोड़ जाती है |
जगह जगह श्याम बाबा के कीर्तन , श्याम भक्तो कि आवभगत में भक्त बाबा को रिझाने के भरकश प्रयास करते है | रिंग्स से खाटू धाम तक केशरिया रंग के निशान उठाये लाखो भक्त निशान यात्रा करके पूण्य कमाते है |
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